Manual Kiln Design and Construction

Manual on Cleaner Brick Kiln Technologies: Design, Construction and Operation ईंट भट्ठा की स्वच्छतर तकनीककयााँ : बनावट,...

4 downloads 193 Views 6MB Size
Manual on Cleaner Brick Kiln Technologies: Design, Construction and Operation

ईंट भट्ठा की स्वच्छतर तकनीककयााँ : बनावट, कनर्ाा ण एवं संचालन

Manual on Cleaner Brick Kiln Technologies: Design, Construction and Operation ईंट भट्ठा की स्वच्छतर तकनीककयााँ : बनावट, कनर्ाा ण एवं संचालन September 2016

Prepared and Published by:

ग्रीनटे क नॉलेज सौल्यूशंस, नयी दिल्ली

With supported from:

शक्ति सस्टे नेबल एनजी फाउं डेशन, नयी दिल्ली

© Greentech Knowledge Solutions Private Limited All rights reserved

An initiative supported by Shakti Sustainable Energy Foundation. Shakti Sustainable Energy Foundation works to strengthen the energy security of India by aiding the design and implementation of policies that support energy efficiency and renewable energy.

Prepared and Published by Greentech Knowledge Solutions Pvt. Ltd 342, Abhiyan Apartments, Plot 15, Sector 12, Dwarka, New Delhi Telefax: 011 45535574

ले खक: सोनल कुर्ार अनं तकृष्णन रकव सत्येंद्र राणा सर्ीर र्ै किल

Disclaimer The views and analyses represented in the document do not necessarily reflect that of Shakti. The company accepts no liability for the content of this document, or for the consequenses of any actions taken on the basis of the information provided.

Printed by Innovative Designers and Printers, Okhla Phase 2, Delhi.

2

कवषय सूची 1

दफक्स्ड दिमनी बु ल्स टर ें ि दकल्न (एफ.सी.बी.टी.के.) की कदमयां ................................................. 9

2

ईंट बनाने की स्वच्छतर तकनीदकयााँ - दजगजैग भट्ठा तकनीक .................................................11

3

2.1

किगिै ग भट्ों की ककस्में: .......................................................................................................................... 11

2.2

किगिै ग भट्े के लाभ: ............................................................................................................................... 11

ने िुरल डर ॉफ्ट दजगजैग भट्ठा या दिमनी आधाररत दजगजैग भट्ठा ................................................13 3.1

तकनीक का कववरण................................................................................................................................. 13

3.1.1 3.2

4

ध्यान दे ने वाली प्रर्ु ख बातें .............................................................................................................. 13

कििाइन और कनर्ाा ण ............................................................................................................................... 14

3.2.1

भट्ठे का कििाइन .............................................................................................................................. 16

3.2.2

कचर्नी............................................................................................................................................... 17

3.2.3

फ्लू गैस नाली और कर्याना ............................................................................................................. 20

3.2.4

भट्े की बाहरी दीवार....................................................................................................................... 23

3.2.5

कवकेट गेट (घाटी का द्वार)............................................................................................................... 25

3.2.6

भट्ठे की तली ..................................................................................................................................... 26

3.3

कनर्ाा ण र्ें लगने वाली सार्ग्री................................................................................................................... 26

3.4

ने चुरल िरॉफ्ट किगिै ग भट्े को चलाने की कवकि ..................................................................................... 27

3.4.1

भट्ठे र्ें कच्ची ईंटों की भराई ............................................................................................................ 27

3.4.2

ईंिन तैयार करना और ईंिन झोंकना ............................................................................................ 29

3.4.3

शं ट का प्रयोग .................................................................................................................................. 31

हाई डर ॉफ्ट दजगजैग भट्ठा या हवा भट्ठा ....................................................................................33 4.1

तकनीक का कववरण................................................................................................................................. 33

4.1.1 4.2

ध्यान दे ने वाली प्रर्ु ख बातें .............................................................................................................. 33

कििाइन और कनर्ाा ण ............................................................................................................................... 34

4.2.1

भट्ठे का कििाइन .............................................................................................................................. 35

4.2.2

कचर्नी एवं पंखा ............................................................................................................................... 35

4.2.3

गैस नाली और कर्याना .................................................................................................................... 38

4.2.4

भट्े की बाहरी दीवार....................................................................................................................... 41 3

4.2.5

कवकेट गेट (घाटी का द्वार)............................................................................................................... 43

4.2.6

भट्ठे की तली ..................................................................................................................................... 44

4.3

कनर्ाा ण र्ें लगने वाली सार्ग्री................................................................................................................... 44

4.4

हाई िरॉफ्ट किगिै ग भट्े को चलाने की कवकि.......................................................................................... 45

4.4.1

भट्ठे र्ें कच्ची ईंटों की भराई ............................................................................................................ 45

4.4.2

ईंिन तैयार करना और ईंिन झोंकना ............................................................................................ 48

4.4.3

शं ट का प्रयोग .................................................................................................................................. 48

4

प्रस्तावना पटना शहर र्ें वायु प्रदु षण को कनयंकित करने के प्रयास के तहत, कबहार राज्य प्रदु षण कनयंिण पररषद द्वारा फरवरी 2016 र्ें पटना किले के 5 ब्लॉकों (पटना सदर, फतुहा, दानापुर, फुलवारीशरीफ एवं र्ने र) के सभी ईंट भट्ठों को आगार्ी ईंट उत्पादन सीिन से पहले कर् प्रदू षणकारी एवं स्वच्छतर तकनीकी वाले भट्ठे र्ें पररवकतात करने का कनदे श कदया गया है । अन्यिा, इन भट्ठों को आगार्ी ईंट उत्पादन सीिन, िो कदसंबर 2016 या िनवरी 2017 से शु रू होगा, र्ें संचालन की अनु र्कत नहीं दी िाएगी। इन स्वच्छतर तकनीककयों से भट्ठों को चलाने से न केवल प्रदु षण र्ें कर्ी आती है बल्कि ईंिन की खपत र्ें भी करीब-करीब 20% की कर्ी होती है । इसके अलावा क्लास -1 ईंटो का उत्पादन भी 80% से ज्यादा हो िाता है । इस कारण स्वच्छतर तकनीककयों र्ें अपने भट्ठे को पररवकतात करने से भट्ठा र्ाकलकों को भी काफी लाभ होता है । ईंट भट्ठा र्ाकलकों को अपने भट्ठे को स्वच्छतर तकनीकी वाले भट्ठे र्ें पररवकतात करने र्ें तकनीकी सहायता प्रदान करने के उद्दे श्य से ‘पटना स्वछ्तर ईंट उत्पादन प्रोिेक्ट’ शुरू ककया गया है । यह प्रोिे क्ट कदल्ली की संस्िा ‘शल्कि सस्टे नेबल एनिी फाउं िेशन’ के सहयोग से चलाया िा रहा है एवं इसर्ें तकनीकी सहायता प्रदान करने का कार् ग्रीनटे क नॉले ि सौल्यू शंस, नयी कदल्ली द्वारा ककया िा रहा है। इसी प्रोिे क्ट के अंतगात इस टे क्नीकल र्ै नुअल (तकनीकी गाइि) को तैयार ककया गया है किसर्ें किगिै ग भट्ठा तकनीक से संचाकलत ईंट भट्ठों के कििाइन, कनर्ाा ण एवं संचालन के बारे र्ें बुकनयादी िानकारी दी गयी है । इस र्ै नुअल र्ें दोनों प्रकार के किगिै ग भट्ठों – ने चुरल िराफ्ट (कचर्नी आिाररत) किगिै ग भट्ठा एवं हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठा (हवा/पंखा भट्ठा) के बारे र्ें िानकारी दी गयी है ।

आवश्यक सूिना: इस र्ै नुअल र्ें एक सैम्पल (नर्ू ना) कििाइन की सहायता से किगिै ग भट्ठों के कििाइन के कवकभन्न आयार्ों, भट्ठों के कनर्ाा ण सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श एवं भट्ठों के संचालन को सर्झाया गया है । इस र्ै नुअल का उद्दे श्य ईंट भट्ठा र्ाकलकों का र्ागादशा न भर करना है ताकक वो नयी तकनीक से अपने भट्ठों का कनर्ाा ण सर्ु कचत तरीके से करवा सकें। इस र्ै नुअल र्ें कदए गए कििाइन और र्ाप केवल उदहारण स्वरुप कदए गए हैं । किगिै ग भट्ठों का कििाइन कई कारकों/बातों पर कनभार करता है , एवं अलग-अलग भट्ठों की अवस्िा एवं आवश्यकता के अनु सार भट्ठे के कििाइन र्ें बदलाव करने होते है । इसके आलावा नया बना किगिै ग भट्ठा ककतने अच्छे से कार् कर रहा है , यानी कक वो अपेकित प्रदशान एवं लाभ कर रहा है या नहीं, यह कई बातों पर कनभा र करता है – िै से कक भट्ठे के सभी कहस्से (कचर्नी, नाकलयााँ , दीवार) सर्ु कचत तरीके से बने हैं या नहीं, अिवा भट्ठे का संचालन सर्ु कचत तरीके से हो रहा है या नहीं। इसीकलए सभी भट्ठा र्ाकलकों को सुझाव कदया िाता है कक वो अपने भट्ठे का कनर्ाा ण ककसी अनु भवी एवं एक्सपटा तकनीकी प्रदाता से ही करवाएं । तकनीकी प्रदाता से एग्रीर्ें ट करते वि यह भी ध्यान रखें कक वह आपको नए बने भट्ठे के संचालन र्ें भी सहायता करे । ककसी नए बने भट्ठे का वास्तकवक प्रदशा न एवं लाभ अपेिानु सार है या नहीं, इसकी किम्मेदारी इस र्ै नुअल के ले खकों अिवा प्रोिे क्ट टीर् की नहीं होगी।

5

आभार (Acknowledgements) प्रोिे क्ट टीर् शल्कि सस्टे नेबल एनिी फाउं िेशन को उनके सहयोग एवं र्ागादशा न के कलए उनका आभार व्यि करती है एवं उन्हें िन्यवाद दे ती है । हर् प्रयाग क्ले प्रोिक्ट् स, वाराणसी के अध्यि श्री ओर् प्रकाश बदलानी एवं उनकी टीर् को इस र्ै नुअल को बनाने र्ें उनके र्हत्वपूणा योगदान के कलए िन्यवाद करते हैं । हर् पकिर् बंगाल के ईंट कनर्ाा ता संघ के अध्यि श्री अशोक कतवारी को भी िन्यवाद दे ना चाहते हैं किनके ईंट भट्ठे की कुछ िानकाररयों को इस र्ै नुअल र्ें उपयोग ककया गया है । इसके अलावा हर् उन सभी लोगो को िन्यवाद दे ते हैं किन्होंने इस र्ै नुअल को बनाने र्ें प्रत्यि या अप्रत्यि रूप से योगदान कदया है ।

7

1 दफक्स्ड दिमनी बु ल्स टर ें ि दकल्न (एफ.सी.बी.टी.के.) की कदमयां पटना किले र्ें ईंट बनाने की िो तकनीक उपयोग की िाती है उसे कफक्स्ड कचर्नी बुल्स टर ें च ककल्न या आर्तौर पर कचर्नी भट्ठा कहते हैं । कफक्स्ड कचर्नी बुल्स टर ें च ककल्न आकार र्ें गोल या बादार्ी (ओवल) होती है । कच्ची ईंटों को भट्े र्ें पकने के कलए पायों र्ें सिाया िाता है । भट्े र्ें कोयले की झुकाई चम्मच द्वारा भट्े की छत पर बने कोल कफकिं ग होल से की िाती है । कोयले की झुकाई लगातार न करके कनयकर्त अंतराल पर की िाती है । आर्तौर पर दो से तीन लाइनों र्ें कोयले की झुकाई की िाती है ।

एफ.सी.बी.टी.के. भट्टे में दनम्नदलक्तित कदमयां होती हैं।

1. कोयले की ज्यािा िपत एफ.सी.बी.टी.के भट्े र्ें कोयला पूरी तरह िल नहीं पाता है। अििला कोयला या तो भट्ठे की तली पर पड़ा रहता है या िुएं के साि कचर्नी से बहार कनकल िाता है । इसी कारणवश एफ.सी.बी.टी.के भट्े र्ें कोयले की खपत ज्यादा होती है ।

2. वायु प्रिू षण कोयले के पूरी तरफ न िल पाने के कारण, हाकनकारक वायु प्रदु षक िै से कक Suspended Particulate Matter (SPM), काबान र्ोनो-ऑक्साइि, इत्याकद उत्पन्न होते है । कचर्नी से कनकलता काला िुऑं कोयले के पूरी तरह न िल पाने के प्रतीक होता है ।

3. क्लास -I ईंटों का कम प्रदतशत एफ.सी.बी.टी.के भट्े र्ें िलाई वाले िे ि र्ें ईंटों का तापर्ान भराई के ऊपरी कहस्से र्ें एवं साइि की कदवारों की तरफ अपेिाकृत कर् होता है किसके कारण भट्ठे के पूरे कहस्से र्ें एकसर्ान पकाई नहीं हो पाती एवं क्लास-I ईंटें केवल 50-

िोयम िजे की ईंटे

क्लास -1 ईंटें

60% के करीब ही कनकलती हैं ।

9

2

ईट ं बनाने की स्वच्छतर तकनीदकयााँ - दजगजैग भट्ठा तकनीक

किगिै ग भट्ों र्ें, हवा का बहाव सीिे रास्ते की बिाय किगिैग (टे ढा-र्ें ढा/घुर्ावदार) तरीके से होता है । भारत र्ें प्रचकलत कफक्स्ड कचर्नी बुल्स टर ें च ककल्न (एफ.सी.बी.टी.के) तकनीक र्ें हवा का बहाव सीिा होता है और किगिै ग तकनीक इसका संशोकित रूप है । किगिै ग भट्ों र्ें ईंटों की भराई चैम्बरों र्ें इस तरह से की िाती है कक भट्ठे र्ें हवा का बहाव किगिै ग तरीके से होता है । िबकक एफ.सी.बी.टी.के र्ें ईंटों की भराई सीिी लाइन र्ें पायों र्ें की िाती है किससे हवा का बहाव सीिी लाइन र्ें होता है ।

दजगजै ग भट्टों में हवा का बहाव

(एफ.सी.बी.टी.के) में हवा का बहाव

एफ.सी.बी.टी.के भट्े बादार्ी (ओवल) आकार के और किगिै ग भट्े आयताकार/चौकोर आकार के होते हैं ।

एफ.सी.बी.टी.के - बािामी (ओवल) आकार

दजगजै ग भट्टे - आयताकार/िौकोर

2.1 दजगजैग भट्टों की दकस्में : भारत र्ें दो प्रकार के किगिै ग भट्े प्रचकलत हैं ैंः

1 नेचुरल िरॉफ्ट किगिैग भट्ठा या कचर्नी आिाररत किगिैग भट्ठा किसर्े हवा का ल्कखंचाव कचर्नी द्वारा होता है। 2 हाई िरॉफ्ट किगिैग भट्ठा या हवा भट्ठा किसर्े हवा का ल्कखंचाव एक पंखे की सहायता से ककया िाता है ।

2.2 दजगजैग भट्टे के लाभ: 1 एफ.सी.बी.टी.के की तुलना र्ें कोयले की खपत र्ें 15–25% तक की कर्ी 2 क्लास-1 ईंटों के उत्पादन र्ें बढ़ोतरी: 80–85% तक क्लास-1 ईंटों का उत्पादन 3 एफ.सी.बी.टी.के की तुलना र्ें भट्ठे से होने वाले SPM प्रदू षण र्ें 70-80% तक की कर्ी

11

3 नेिुरल डरॉफ्ट दजगजैग भट्ठा या दिमनी आधाररत दजगजैग भट्ठा 3.1 तकनीक का दववरण ने चुरल िरॉफ्ट या कचर्नी आिाररत किगिै ग भट्े र्ें हवा का ल्कखंचाव (िरॉफ्ट) कचर्नी द्वारा ककया िाता है , तिा इसर्ें पंखे की आवष्यकता नहीं होती। आर्तौर पर कचर्नी भट्े के र्ध्य र्ें ल्कस्ित होती है और कचर्नी की ऊाँचाई एफ.सी.बी.टी.के भट्ठे से ज्यादा होती है । किगिै ग भट्ठा तकनीक र्ें हवा के एक, दो या तीन प्रवाह (कसंगल, िबल या कटर पल किगिै ग प्रवाह) संभव हैं एवं यह भट्ठे की उत्पादन िर्ता और टर ें च की चौड़ाई पर कनभा र करता है ।

हवा का एक (दसंगल) दजगजैग प्रवाह

हवा के िो (डबल) दजगजैग प्रवाह

हवा के तीन (दटर पल) दजगजैग प्रवाह

3.1.1 ध्यान िे ने वाली प्रमुि बातें i. ii. iii. iv.

भट्े र्ें हवा का ल्कखंचाव कचर्नी द्वारा ककया िाता है । भट्ठे की उत्पादन िर्ता: 15,000 – 45,000 ईंटें प्रकत कदन भट्ठे के कलए आवश्यक कुल िर्ीन: 5-7 एकड़ एक र्ौिू दा भट्ठे को ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें बदला िा सकता है । बाहरी दीवार एवं कर्याना को तोड़कर नए कसरे से बनाना होता है एवं कचर्नी की ऊंचाई बढ़ानी होती है । अगर कचर्नी नयी है और उसकी र्ोटाई पयाा प्त है तो र्ौिू दा कचर्नी को ही ऊाँचा ककया िा सकता है । अन्यिा पुरानी कचर्नी को तोड़कर नयी कचर्नी बनाई िाती है ।

v.

उत्पादन िर्ता के अनु सार कसंगल, िबल या कटर पल किगिै ग सेंकटग (हवा के किगिै ग प्रवाह) इस्ते र्ाल की िाती है ।

13

नेचुरल िराफ्ट किगिैग भट्े र्ें ईंटों को चैंबर भराई र्ें

नेचुरल िराफ्ट किगिैग भट्ों र्ें ईंिन की झोंकाई एक साि 6

सिाया िाता है । इस कचि र्ें िबल किगिैग से कटं ग

चैम्बरों (36 फीट लम्बाई) र्ें होती है िो एफ.सी.बी.टी.के की

कदखायी गयी है ।

तु लना र्ें अकिक लम्बा होता है ।

नीचे कदए गये कचि र्ें एक ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्ठे को कदखाया गया है ।

3.2 दडजाइन और दनमाा ण ने चुरल िराफ्ट (कचर्नी आिाररत) किगिै ग भट्ठे का कििाइन र्ु ख्यतैंः भट्ठे की उत्पादन िर्ता एवं ईंटो के र्ाप पर कनभा र करता है । किगिै ग भट्ठे र्ें ईंटों की भराई चैम्बरों र्ें की िाती है | अलग – अलग भट्ठों र्ें चम्बरों र्ें ईंटों की किगिै ग भराई की सेकटं ग अलग-अलग हो सकती है | भट्ठे की उत्पादन िर्ता एवं ईंटों के र्ाप के आिार पर भट्ठे के टर ें च की चौड़ाई एवं भट्ठे र्ें ईंटों की किगिै ग भराई की सेकटं ग कनिाा ररत की िाती है | ईंटों के भराई के चैम्बरों की लम्बाई ईंटों के र्ाप पर कनभा र करता है एवं भट्ठे के एक कसिान र्ें ककतने चैंबर होने चाकहए, इसके आिार पर भट्ठे की लम्बाई कनिाा ररत होती है | भट्ठे की उत्पादन िर्ता, टर ें च की चौड़ाई एवं किगिै ग सेकटं ग के आिार पर कचर्नी की ऊंचाई कनिाा ररत होती है िो कक भट्ठे के संचालन के कलए आवश्यक ल्कखचााँ व पैदा कर सके। अकिक उत्पादन िर्ता के कलए अकिक ऊंची कचर्नी तिा ज्यादा चौड़े टर ें च की आवश्यकता होती है । नीचे कदए गए टे बल र्ें अलग-अलग उत्पादन िर्ता वाले भट्ठे के कलए उपयुि टर ें च की चौड़ाई, किगिै ग सेकटं ग, एवं कचर्नी की ऊाँचाई की िानकारी दी गयी है ।

14

प्रदतदिन उत्पािन (ईंटे प्रदत दिन)

टर ें ि की िौड़ाई (फीट)

दजगजैग सेदटं ग (दसंगल/डबल/दटर पल)

दिमनी की ऊाँिाई (फीट)

10,000 – 15,000

12 – 14

कसंगल

100-110

17,500 – 30,000

18 – 24

िबल

115-135

30,000 – 50,000

27 – 36

कटर पल

135-150

इस सेक्शन में आपको एक डबल दजगजैग सेदटं ग वाले नेिुरल डराफ्ट दजगजैग भट्टे के दडजाइन और दनमााण के बारे में बाताया गया है दजसकी उत्पािन क्षमता 25,000 ईंटें प्रदत दिन है एवं ईंटों का माप 10” x 5” x 3” है । ध्यान रहे दक अगर ईंटों के माप में अथवा उत्पािन क्षमता में थोड़ा भी अंतर है तो भट्ठे का दडजाइन में बिलाव करनी होगी। प्रकतकदन उत्पादन िर्ता (ईंटे प्रकत कदन)

25,000

टर ें च की चौड़ाई (फीट)

23

किगिै ग सेकटं ग

हवा के दो किगिै ग प्रवाह (िबल किगिै ग सेकटं ग)

प्रत्येक चैंबर की लम्बाई

6 फीट 3 इं च

कचर्नी की ऊाँचाई (फीट)

135

कचर्नी के कर्र के पास याने र्याने के ठीक ऊपर 9 x 9 उसकी अंदर का चौकोर (फीट) कचर्नी के र्ुाँ हाने पर यानी सबसे ऊपरी कहस्से पर 3 x 3 उसकी अंदर का चौकोर (फीट) कर्याने की लं बाई (फीट)

163’6”

कर्याने की चौड़ाई (फीट)

25

गली की चौड़ाई (फीट)

11’9”

भट्ठे/ कर्याने की ऊंचाई (फीट)

10

15

3.2.1 भट्ठे का दडजाइन 25,000 ईंटें प्रकत कदन उत्पादन िर्ता वाले ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्ठे का कििाइन और र्ाप नीचे कदए गए कचि र्ें कदया गया है

16

3.2.2 दिमनी ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें कचर्नी एक पम्प का कार् करती है किसके कारण भट्ठे र्ें हवा का बहाव होता है । भट्ठे की उत्पादन िर्ता एवं भट्ठे की लम्बाई और टर ें च की चौड़ाई के आिार पर कचर्नी का आकार कनिाा ररत होता है िो भट्ठे र्ें हवा के बहाव के कलए पयाा प्त िरॉफ्ट (ल्कखचां व) पैदा कर सके। 25,000 ईंटें प्रकत कदन के उत्पादन िर्ता वाले ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्ठे के कलये कचर्नी की ऊाँचाई 135 फीट होनी चाकहये। इस ककताब र्ें एक चौकोर कचर्नी के कििाइन एवं कनर्ाा ण के बारे र्ें बताया गया है । इस कचर्नी की अंदरूनी चौड़ाई कनचे र्ें कर्याने के पास 9 फीट एवं ऊपर र्ुं हाने के पास 3 फीट होनी चाकहए। दिमनी की नी ंव चौकोर कचर्नी के कलए कचर्नी की नींव का कििाइन कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा या गया है । भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल

चार ईंट र्ोटी दीवार 4½ ईंट र्ोटी दीवार; ईंट की दो परत 5 ईंट र्ोटी दीवार; ईंट की दो परत 5½ ईंट र्ोटी दीवार; ईंट की दो परत 6 ईंट र्ोटी दीवार; ईंट की दो परत 9 ईंच खड़ं िा की परत

5’

6 ईंच RCC की परत 6 ईंच PCC की परत 12 ईंच बालू की परत

कचर्नी की नींव के कनर्ाा ण से सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श –

कचर्नी की नींव बनाने के कलए 22 फीट x 22 फीट के िे ि र्ें खु दाई करें | खु दाई िर्ीन या भट्े की तली के स्तर से 5 फीट गहराई तक करें |



खु दाई के बाद तली पर सबसे पहले रे त की 1 फीट र्ोटी परत (फशा ) िाल कर उसे कौंपेक्ट करें |



रे त की परत के उपर 6 इं च र्ोटी PCC (पी सी सी) की परत बनायें (1 भाग सीर्ें ट, 5 भाग रे त और 10 भाग रोड़ी)



PCC (पी सी सी) के ऊपर 6 इं च र्ोटी RCC (आर सी सी) की परत बनायें (1 भाग सीर्ें ट, 1.5 भाग रे त और 3 भाग रोड़ी)



RCC (आर सी सी) की परत के उपर 9 इं च र्ोटी खरं िे की परत गारे के साि बनाये |



खरं िे की परत के ऊपर कचर्नी की दीवार के आिार (बेस) की कचनाई होगी | दीवार के बेस कक कचनाई र्ें ईंटों की पहली दो परत 6 ईंट र्ोटी (5 फीट र्ोटी) होगी, उसके ऊपर की ईंटों की दो परत 5½ ईंट र्ोटी, उसके ऊपर की ईंटों की दो परत 5 ईंट र्ोटी उसके ऊपर की ईंटों की दो परत 4½ ईंट र्ोटी होगी |

दिमनी की िीवार एक चौकोर कचर्नी की दीवार का कििाईन एवं इसकी कनर्ाा ण से सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श:

17



कचर्नी के कनर्ाा ण र्ें कनचे से ले कर 50 फीट की ऊाँचाई तक अव्वल दिे की ईंटों का इस्ते र्ाल होगा | 50 फीट के ऊपर के कहस्से र्ें दोयर् दिे की ईंटो का इस्ते र्ाल होगा |



कचर्नी के दीवार की कचनाई गारे से होगी | गारे को 2-3 कदन पहले ही बना ले एवं गारा टू िपेस्ट की तरह सर्रूप होना चाकहए |



कचनाई र्ें गारे की पतली सतह होनी चाकहए एवं गारा कचर्नी के बहार की तरफ नहीं कनकलना चाकहए |



कचर्नी के नीवं के ऊपर से अिाा त भट्ठे की तली से 10 फीट ऊपर तक (यानी कर्याने के ले वल तक) 4 ईंट र्ोटी सीिी दीवार बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



कर्याने के उपर, कचर्नी की ऊंचाई बढ़ने के साि-साि कचर्नी का र्ुाँ ह छोटा होता िायेगा |



कर्याने के उपर, 10 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 3.5 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 15 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 3 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 30 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 2.5 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 30 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 2 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 30 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 1.5 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 10 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 1 ईंटे की बनाये



कचर्नी के दीवार के अंदरूनी कहस्से र्ें गारे का प्लास्टर करें एवं बाहरी कहस्से र्ें सीर्ें ट से प्लास्टर करें |



कचर्नी से कनकलने वाले िुंएाँ की िां च के कलए कचर्नी र्ें दो स्मोक चेककंग पाईप लगाना आवश्यक होता है (सार्ान्यतैंः एक पूवा कदशा की तरफ एवं एक उत्तर कदशा की तरफ लगायें िाते हैं | | स्मोक चेककंग पाईप का व्यास 4 इं च र्ोटा एवं लम्बाई 4 फीट होनी चाकहए |



स्मोक चेककंग पाईप को भट्ठे की तली से 40 फीट की ऊाँचाई पर लगायें |



िुंएाँ की िां च करने वाले स्टाफ के खड़े होने के कलए स्मोक चेककंग पाईप के 3’ 6” नीचे दोनों तरफ प्लेटफॉर्ा बनाएं | प्लेटफॉर्ा दो पीस र्ें बने गा (6’ x 3’ एवं 9’ x 3‘) एवं इन दोनों प्लेटफॉर्ा को L – shape र्ें पूवा एवं उत्तर कदशा र्ें स्मोक चेककंग पाईप के कनचे लगायें |



अकििं ग के कलए अष्टिातु का तकड़त चालक कचर्नी के ऊपर लगेगा | तकड़त चालक की अकििं ग के कलए एक 1” x िे ढ़ सूत की अकििं ग पट्ी कचर्नी के बाहरी दीवार के प्लास्टर के ऊपर U – ल्कक्लप द्वारा लगायें | अकििं ग पट्ी के कलए िर्ीं र्ें बोररं ग पानी की पहली सतह तक होनी चाकहए |



कचर्नी बनाने के कलए इस्ते र्ाल ककये गए बााँ स को कचर्नी के अन्दर ही ना छोड़े | बााँ स को कनकालकर होल को ईंट से बंद करके प्लास्टर करवायें |

18

1 ईंट र्ोटी दीवार

1½ ईंट र्ोटी दीवार

2 ईंट र्ोटी दीवार

2½ ईंट र्ोटी दीवार

स्मोक चेककंग पाइप एवं प्लेटफॉर्ा

3 ईंट र्ोटी दीवार

3½ ईंट र्ोटी दीवार

4 ईंट र्ोटी दीवार

कर्याने का ले वल भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल

19

3.2.3 फ्लू गैस नाली और दमयाना फ्लू गैस नाकलयां भट्ठे को कचर्नी से िोड़ने का कार् करती हैं किससे कक भट्ठे से कनकलने वाला िुंआ इन नाकलयों से होता हुआ कचर्नी के रास्ते बाहर कनकल सके। फ्लु गैस नाली प्रणाली र्ें एक र्ु ख्य नाली होती है िो कचर्नी से िु ड़ी होती है । र्ु ख्य नाली का कवस्तार कचर्नी के दोनों तरफ कर्याने के अंत तक होता है । भट्ठे र्ें साइि नकलयााँ भट्ठे को र्ु ख्य नाली से िोड़ने का कार् करती हैं । साइि नाकलयााँ ‘‘L’’ के आकार की होती हैं , िो अपने दोनो अंकतर् ककनारों पर खु ली होती हैं । एक ककनारा/र्ुं हाना भट्ठे र्ें खु लता है तिा दू सरा ककनारा/ र्ुं हाना कर्याने के उपरी सतह पर खु लता है । साइि नाकलयों के र्ुं हाने के बगल र्ें ही भट्ठे की र्ु ख्य नाली र्ें ऊपर की तरफ कर्याने की सतह पर र्ुं हाने खु ले होते हैं ।भट्े की साइि नकलयों को र्ु ख्य नाली के साि िोड़ने के कलए शन्ट का प्रयोग ककया िाता है । साइि नाकलयों एवं र्ु ख्य नाकलयों के किन र्ुं हानों का इस्ते र्ाल नहीं हो रहा होता है उन्हें कंक्रीट के स्लैब से बंद कर कदया िाता है । भट्ठे र्ें खु लने वाली दो साइि नाकलयों के बीच की दू री 3 चैम्बरों के लम्बाई के बराबर होती है ।

फ्लु गैस नाली को दिमनी से जोड़ना

दमयाना के अन्दर फ्लु गैस नाली की प्रणाली

शंट

18 फीट 9 इं ि (3 िैंबर की लम्बाई )

भट्ठे की साइि नाली की तली भट्ठे की तली से 3 इं च कनचे होती है । साइि नाली का र्ुाँ हाना िो भट्ठे र्ें खु लता है उसकी चौड़ाई 4 फीट एवं ऊाँचाई 3 फीट होगी (कनचे कदए गए कचिानु सार)।

ऊाँिाई – 3 फीट

िौड़ाई – 2 फीट 6 ईंि िौड़ाई - 4 फीट

20

र्ु ख्य नाली भट्ठे की तली से 4 फीट ऊपर होती है | इस भट्ठे के कलए र्ु ख्य नाली की चौड़ाई 2 फीट 3 ईंच और ऊंचाई 4 फीट होगी | भट्ठे की र्ुख्य नाली का आचा (9 ईंच) कर्याने का लेवल भट्ठे की र्ुख्य नाली भट्ठे की र्ुख्य नाली की दीवार (15 ईंच)

कर्ट्ी की भराई भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल

र्ु ख्य नाली एवं साइि नाकलयों के र्ुाँ हाने िो कर्याने के ऊपर खु लते हैं उनका र्ाप 2.5 फीट x 2.5 फीट होगा। नाकलयों के कनर्ाा ण से सम्बंकित र्ु ख्य कदशा कनदे श: –

नाकलयों की कचनाई कर्टटी के गारे से करें ।



नाकलयों की दीवार 1½ ईंट र्ोटी (15 इं च र्ोटी) बनाएं ।



नाकलयों के दीवार का कनर्ाा ण क्लास – 3 ईंटो से िबकक आचा का कनर्ाा ण क्लास -1 ईंटो से करें ।



नाकलयों के ऊपर का आचा भी ईंटों की दो परत/सतह की (9 ईंच र्ोटी) बनाएं िै सा नीचे के कचि र्ें कदखाया गया है। नाकलयों के आचा या दीवार की कचनाई करते सर्य इस बात का ध्यान रखें की ईंटों के बीच के िोड़ भीतरी सतह से बाहरी सतह तक एक सीि र्ें ना हों अन्यिा हवा के लीकेि की संभावना बढ़ िायेगी (नीचे कदए गए कचि को दे खें)। 9 ईंि मोटी आिा

15 इं ि मोटी िीवार

21

दमयाने का दनमााण: फ्लु गैस नाकलयों के कनर्ाा ण के बाद, कर्याने का कनर्ाा ण ककया िाता है । कचर्नी कर्याने के केन्द्र र्ें ल्कस्ित होनी चाकहए। इस भट्ठे के कलए उपयुि कर्याने के र्ु ख्य र्ाप कनचे कदए गए हैं : –

कर्याने की लम्बाई: 163 फीट 6 इं च



कर्याने की चौराई: 25 फीट



कर्याने की ऊाँचाई: 10 फीट

कर्याने के कनर्ाा ण से सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श: कर्याने की दीवार के कनर्ाा ण के कलए िर्ीन/भट्ठे की तली से 1 फीट गहरी खु दाई करें । खु दाई के बाद



िर्ीन को लेवल कर दें एवं इसके ऊपर कर्याने के दीवार का कनर्ाा ण करें । कर्याने की दीवार की कचनाई गारे से करें एवं गारा टू िपेस्ट की तरह सर्रूप बना हुआ होना चाकहए।



कर्याने के कनर्ाा ण र्ें क्लास -3 ईंटो का इस्ते र्ाल करें । कर्याने की दीवार भट्ठे की तली से 2.5 फीट की ऊंचाई तक 4 ईंट चौड़ी बनाएं । उसके ऊपर 2.5 फीट



तक 3.5 ईंट चौड़ी, उसके ऊपर 2.5 फीट तक 3 ईंट चौड़ी एवं सबसे ऊपर की 2.5 फीट दीवार 2.5 ईंट चौड़ी बनाएं (िै सा की कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा या गया है ।

भट्ठे के कर्याने की दीवार

2 ½ ईंट र्ोटी दीवार र्ुख्य नाली

3 ईंट र्ोटी दीवार 3 ½ ईंट र्ोटी दीवार 4 ईंट र्ोटी दीवार भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल



कर्याना की दीवार (भट्ठे के टर ें च की साइि वाली) 5 फीट की ऊाँचाई तक सीिी रहे गी एवं इसके ऊपर के 5 फीट के कहस्से र्ें नाकलयों की तरफ िे ढ़ इं च (1.5 इं च) का टे पर (झुकाव) रहे गा।



कर्याने की दीवार के बाहरी तरफ चारो कोनो पर छड़ (सररया) लगेगी। पहली छड़ 5 फीट की ऊंचाई पर L शे प र्ें लगेगी, दू सरी छड़ 7.5 फीट की ऊंचाई पर एवं तीसरी छड़ 9 फीट की ऊाँचाई पर लगेगी। तीनो छड़े L शे प र्ें लगेंगी एवं कोनो के दोनों ओर 5-5 फीट तक होंगी।



कर्याने की दीवार र्ें भट्ठे की टर ें च की तरफ एक्सपैंशन िॉइं ट छोड़े । प्रत्येक दो साइि नाली के र्ुं हाने के बीच र्ें एक एक्सपैंशन िॉइं ट होगा। एक्सपैंशन िॉइं ट 18 इं च गहरा एवं 2 इं च चौड़ा होगा (कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा ए अनु सार)। एक्सपैंशन िॉइं ट भट्ठे की तली से 3 फीट 9 इं च की ऊाँचाई से शु रू होगा एवं इसकी ऊाँचाई 5 फीट 3 इं च होगी।

22

एक्सपैंशन ज्वाईंट

कर्याने की चारो ओर की दीवारों के बीच र्ें र्ु ख्य नाली एवं साइि नाकलयााँ होंगी। इनके अकतररि बचे हुए खाली िगह को कर्याने की दीवार की उपरी सतह तक कर्ट्ी से भर कर ले वल कर दें । नाकलयों के आचा के ऊपर कर्ट्ी भरने से पहले प्लाल्कस्टक की शीट कबछा दें ।

3.2.4 भट्टे की बाहरी िीवार कर्याने के चारो ओर भट्ठे की बाहरी दीवार बनाई िाती है । भट्ठे र्ें बहरी दीवार की कर्याने से दू री कसिान वाले कहस्से र्ें टर ें च की चौड़ाई के बराबर होगी एवं गली वाले कहस्से र्ें गली की चौड़ाई के बराबर होगी। भट्ठे की बाहरी दीवार से हवा के कलकेि एवं गर्ी की हाकन को रोकने के कलए एक िबल वाल इन्सु लेटेि दीवार बनाई िाती है । भट्ठे की बाहरी दीवार के कििाइन (बनावट) र्ें ईंटों की दो दीवार होती है किनके बीच र्ें कर्ट्ी भरी हुई होती है । इस कििाइन के कारण भट्ठे की बाहरी दीवार से हवा के कलकेि एवं गर्ी की हाकन को रोकने र्ें काफी र्दद कर्लती है । कच्ची ईंटों को अन्दर रखने और पकी ईंटों को बाहर कनकालने के कलए इस बाहरी दीवार र्ें कई द्वार बनाए िाते हैं किन्हें कवकेट गेट या घाटी के द्वार कहते हैं । भट्ठे के बाहरी दीवार का कििाइन कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा या गया है ।

23

2½ ईंट र्ोटी दीवार 1½ ईंट र्ोटी दीवार

2 ईंट र्ोटी दीवार

3 ईंट र्ोटी दीवार दोनों दीवारों के बीच कर्ट्ी की भराई

2½ ईंट र्ोटी दीवार

3½ ईंट र्ोटी दीवार

4 ईंट र्ोटी दीवार 3 ईंट र्ोटी दीवार एक फीट गहरी नीवं

भट्ठे के बहार के साइड

भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल

भट्ठे के अन्दर के साइड

भट्ठे के बाहरी दीवार के कनर्ाा ण से सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श: –

बाहरी दीवार के कनर्ाा ण के कलए िर्ीन/भट्ठे की तली से 1 फीट गहरी खु दाई करें । खु दाई के बाद िर्ीन को ले वल कर दें एवं इसके ऊपर बाहरी दीवार का कनर्ाा ण करें ।



बाहरी दीवार की कचनाई गारे से करें एवं गारा टू िपेस्ट की तरह सर्रूप बना हुआ होना चाकहए। दीवार के कनर्ाा ण र्ें क्लास -3 ईंटो का इस्ते र्ाल करें ।



बाहरी दीवार की फाउं िेशन 6 फीट 8 इं च चौड़ाई की होती है किसकी ऊाँचाई 1 फीट होती है ।



भट्े की बाहरी दीवार, तली के ऊपर से खोखली बनायी िाती है किसर्े कर्ट्ी भरी िाती है ।



भट्ठे की तली के ऊपर से 2 फीट 6 इं च ऊंचाई तक, भट्े के बाहरी साइि र्ें 3 ईंट र्ोटी दीवार एवं बीच र्ें 10 ईंच चौड़ी खाली िगह छोड़कर भट्ठे के अन्दर के साइि 4 ईंट र्ोटी दीवार बनाये।



उसके ऊपर से 2 फीट 6 इं च ऊंचाई तक, भट्े के बाहरी साइि र्ें 2½ ईंट र्ोटी दीवार एवं बीच र्ें 15 ईंच चौड़ी खाली िगह छोड़कर भट्ठे के अन्दर के साइि 3½ ईंट र्ोटी दीवार बनाये।



उसके ऊपर से 2 फीट 6 इं च ऊंचाई तक, भट्े के बाहरी साइि र्ें 2 ईंट र्ोटी दीवार एवं बीच र्ें 20 ईंच चौड़ी खाली िगह छोड़कर भट्ठे के अन्दर के साइि 3 ईंट र्ोटी दीवार बनाये।



उसके ऊपर से 2 फीट 6 इं च ऊंचाई तक, भट्े के बाहरी साइि र्ें 1½ ईंट र्ोटी दीवार एवं बीच र्ें 25 ईंच चौड़ी खाली िगह छोड़कर भट्ठे के अन्दर के साइि 2½ ईंट र्ोटी दीवार बनाये।



बाहरी दीवार की कचनाई एवं दीवार के बीच के खोखले िगह र्ें कर्टटी की भराई साि-साि करें ।



भट्ठे की बाहरी दीवार र्ें भट्ठे की टर ें च की साइि एक्सपैंशन िॉइं ट छोड़े । प्रत्येक दो कवकेट गेट (घाटी के द्वार) के बीच र्ें एक एक्सपैं शन िॉइं ट होगा। एक्सपैंशन िॉइं ट 18 इं च गहरा एवं 2 इं च चौड़ा होगा। एक्सपैंशन िॉइं ट भट्ठे की तली से 3 फीट 9 इं च की ऊाँचाई से शु रू होगा एवं इसकी ऊाँचाई 5 फीट 3 इं च होगी।

24

3.2.5 दवकेट गेट (घाटी का द्वार) कच्ची और पक्की ईंटो को भट्े अन्दर और बहार ले िाने के कलए भट्े की बाहरी दीवार र्ें गेट कदए िाते हैं । इन गेटों को कवकेट गेट या घाटी के द्वार कहते हैं । इन गेटों को सही प्रकार से बंद न करने पर हवा का लीकेि काफी ज्यादा होता है और भट्े की गर्ी बहार कनकलती है। इस कारण घाटी से सटे िे ि र्ें ईंटो की पकाई अच्छी तरह से नहीं हो पाती है । किगिै ग भट्ों र्ें कवकेट गेट को बनाने के कलए भट्ठे के बाहरी दीवार र्ें 5 ईंच चौड़ी कॉलर बहार की तरफ कनकाल दे ते हैं (िै सा कक कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा या गया है )। ये कॉलर कवकेट गेट के दोनों साइि होते हैं । कवकेट गेट को बंद करने के कलए इस कॉलर से भट्ठे के अन्दर की तरफ 15 ईंच र्ोटी ईंटो की दीवार खड़ी की िाती है । कॉलर से बहार की तरफ 10 इं च र्ोटी ईंटो की दीवार खड़ी की िाती है। इन दोनों दीवारों के बीच की खली िगह र्ें राकवश भरी िाती है । इस प्रकार से कवकेट गेट को बंद करने से यहााँ से होने वाले हवा ले लीकेि एवं गर्ी की हाकन को काफी हद तक रोका िा सकता है ।

25

दवकेट गे ट के दलए भट्ठे की बाहरी िीवार में घाटी के िोनों साइड कॉलर बनाया जाता है

घाटी को बं ि करने के दलए 15 इं ि मोटी िीवार कॉलर से अन्दर की तरफ िड़ी करें

एक िू सरी 10 इं ि मोटी िीवार कॉलर से बाहर की तरफ िड़ी करें एवं बीि की िाली जगह में रादवश भर िें

3.2.6 भट्ठे की तली भट्ठे की तली बनाने के कलए िर्ीन को अच्छी तरह से ले वल कर लें । िर्ीन को ले वल करने र्ें बालू का भी इस्ते र्ाल कर सकते हैं । िर्ीन को ले वल करने के बाद 3 इं च र्ोटी ईंट की सोकलं ग करें एवं बालू से सोकलं ग के गैप की भराई करें ।

3.3 दनमाा ण में लगने वाली सामग्री भट्ठे के कनर्ाा ण र्ें लगने वाली कुल सार्ग्री का एस्टीर्े ट नीचे कदया गया है । क्रम संख्या

सामग्री

मात्रा

1

ईंटे (क्लास -1)

60,000 – 70,000

2

ईंटे (क्लास -3)

4.5 – 5.5 लाख

3

सीर्ें ट

125 – 150 बोरी

4

सररया

500 ककलोग्रार्

5

बालू (रे त)

1000 घन फीट

6

कगट्ी

200 – 300 घन फीट

26

3.4 नेिुरल डर ॉफ्ट दजगजैग भट्टे को िलाने की दवदध एफ.सी.बी.टी.के. भट्ठे और ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्ठे के संचालन र्ें दो प्रर्ु ख अंतर हैं – (i) भट्ठे र्ें कच्ची ईंटों की भराई एवं (ii) भट्ठे र्ें ईंिन की झुकाई। इस पाठ र्ें 25,000 ईंटें प्रकत कदन उत्पादन िर्ता वाले ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें कच्ची ईंटों की भराई एवं भट्ठे र्ें ईंिन की झुकाई के तरीके के बारे र्ें बताया गया है । इसके अलावा ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें भट्ठे की साइि नाकलयों को भट्ठे की र्ु ख्य नाली से िोड़ने के कलए शं ट का प्रयोग ककया िाता है – उसके बारे र्ें भी बताया गया है ।

3.4.1 भट्ठे में कच्ची ईंटों की भराई िहााँ एफ.सी.बी.टी.के र्ें ईंटें एक बराबर आकार के पायों र्ें सिाई िाती हैं , वहीं ने चुरल िरॉफ्ट किगिै ग भट्ों र्ें ईंटें चैंबरों र्ें सिाई िाती हैं । चम्बरों र्ें ईंटें इस प्रकार से सिाई िाती हैं कक हवा बहाव सीिे न होकर के किगिैग तरीके से होता है । चैंबर की चौड़ाई टर ें च की चौड़ाई के बराबर होती है । चैंबर की लं बाई ईंटों के साइि (र्ाप) पर कनभा र करती है । इस भट्ठे र्ें प्रत्येक चैम्बर की लम्बाई 6 फीट 3 इं च होगी। किगिै ग भट्ठे र्ें चैंबर वाली भराई भट्ठे के कसिान वाले कहस्से र्ें ही होती है । भट्ठे की गली र्ें एफ.सी.बी.टी.के की ही तरह पायों र्ें सीिी भराई होती है ।

चैंबर की चौड़ाई = टर ें च की चौड़ाई

चैंबर की लं बाई = 6’ 3” प्रत्येक चैंबर र्ें ईंटों को 5 लाईनों र्ें सिाया िाता है । प्रत्येक लाईन की चौड़ाई, चैंबर की चौड़ाई यानी कक भट्ठे के टर ें च के चौड़ाई के बराबर होती है । प्रत्येक लाईन की लम्बाई एक ईंट के लम्बाई के बराबर यानी कक 10 इं च होती है । दो लाईनों के बीच 5 इं च का गैप रखा िाता है । प्रत्येक लाईन र्ें ईंटें पायों र्ें सिाई िाती है । किगिै ग भट्ों र्ें पायों की चौड़ाई एकसर्ान नहीं होती है । एक ही भट्ठे र्ें कुछ पाये 4 ईंटों के, कुछ 6 ईंटों के, कुछ 7 या 8 ईंटों के, तिा कुछ 9 या 10 ईंटों के हो सकते हैं । ककसी किगिै ग भट्ठे र्ें ईंटों के पायों के आकार एवं उनकी संख्या का कनिाा रण उस भट्ठे की उत्पादन िर्ता एवं टर ें च की चौड़ाई के अनु सार ककया िाता है । एक 25,000 ईंटें प्रकत कदन उत्पादन िर्ता वाले किगिै ग भट्ठे किसकी टर ें च की चौड़ाई 23 फीट है , उसर्े 8 पाये 4 ईंटों के याकन 4 x 3 इं च = 12 इं च चौड़े , दो पाये 6 ईंटों के याकन 6 x 3 इं च= 18 इं च चौड़े तिा दो पाये 10 ईंटों के याकन 10 x 3 इं च= 30 इं च चौड़े होते हैं । दो पायों के बीच 5 इं च का गैप रखा िाता है ।

27

10 ईंटों का पाया

4 ईंटों का पाया

(30 इं च चौड़ा)

(12 इं च चौड़ा)

चौड़ा

चौड़ा

अगर इस किगिै ग भट्ठे र्ें ईंटो की भराई को हर् भट्ठे के ऊपर से दे खेंगे तो भराई कनचे कदए गए कचि की तरह कदखे गी। कनचे कदए गए कचि र्ें दो चैम्बरों की भराई को कदखाया गया है एवं इस कचि र्ें पायों को हरे रं ग र्ें कदखाया गया है । पायों के ऊपर कलखी संख्या दशाा ती है की वह पाया ककतने ईंटों का है । प्रत्येक चैंबर की पहली चार लाइनों र्ें ईंटों की सिावट एक सार्ान होती है । केवल पााँ चवी लाइन र्ें ईंटों की भराई बदलती है – चैंबर की पााँ चवी लाईन र्ें ही गेट (झीरी) छोड़े िाते हैं किनके कारण हवा का बहाव किगिै ग तरीके से होता है । कनचे कदए गए कचि र्ें हवा के बहाव को लाल रं ग के कनशान से दशाा या गया है । पहले चैंबर (चैंबर-1) र्ें हवा टर ें च के दोनों साइि र्ें ल्कस्ित तीन-तीन गेट से होकर प्रवेश कर रही है । पहले चैंबर की पााँ चवी लाइन र्ें 5 गेट टर ें च के र्ध्य र्ें छोड़े गए हैं । किसके कारण हवा पहले चैंबर से दु सरे चैंबर र्ें टर ें च के र्ध्य र्ें ल्कस्ित इन गेटों से होकर प्रवेश करती है । कफर दु सरे चैंबर के आल्कखर र्ें तीन-तीन गेट टर ें च के दोनों साइि र्ें छोड़े गए हैं । इस तरह हवा को किगिै ग बहाव प्रदान होता है ।

28

िैंबर – 1 िैंबर – 2 टर ें ि के मध्य में क्तथथत 5 गेट

टर ें ि के िोनों साइड में क्तथथत तीन-तीन गेट

3.4.2 ईंधन तैयार करना और ईंधन झोंकना ने चुरल िराफ्ट किगिै ग भट्े र्ें फायररं ग (ईंिन की िलाई) एक साि 6 चैम्बरों र्ें की िाती है । आदशा रूप र्ें अलगअलग चैम्बरों र्ें तापर्ान के अनु सार अलग-अलग ईंिन का प्रयोग ककया िाता है ।

आग के चलने की कदशा

6 िैंबरों में एक साथ फायररं ग (ईंधन की जलाई)

29

आग के चलने की कदशा चैंबर

चैंबर 1

चैंबर 2

चैंबर 3

चैंबर 4

चैंबर 5

चैंबर 6

तापर्ान (0C)

750-850

850-950

1000-1025

1000-1025

800-900

500-650

बुरादे ईंिन

कोयले

और कोयला

कोयला

कोयला

का

बुरादे कोयले

कर्श्रण

और बुरादा का

कर्श्रण

भट्ठे र्ें ईंिन को एक फायरर्ै न द्वारा लगातार कनयकर्त रूप से िाला िाता है । ईंिन को भट्ठे र्ें िालने के कलए चम्मच का इस्ते र्ाल ककया िाता है । अलग-अलग चैम्बरों एवं ईंिन के कलए अलग-अलग साइि के चम्मच का प्रयोग होता है । आर्तौर पर एक ने चुरल िरॉफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें तीन प्रकार के चम्मचों का प्रयोग ककया िाता है । बुरादे के कलए उसके कर् घनत्व की विह से बड़े आकार के चम्मच की आवष्यकता होती है । बुरादा और कोयले के कर्श्रण के कलए र्ध्यर् आकार की चम्मच का प्रयोग होता है और कसफा कोयला झोंकने के कलए छोटे आकार के चम्मच का प्रयोग ककया िाता है ।

फायरर्ैन द्वारा ईंिन झोंकना

बड़ा, र्ध्यर् और छोटे आकार का चम्मच

अगर केवल एक प्रकार का ही ईंिन उपलब्ध हो तो भट्ठे र्ें केवल एक ही ईंिन िाला िा सकता है | िै से की अगर बुरादा उपलब्ध न हो तो केवल कोयले से भी िलाई की िा सकती है | पर ध्यान रखें कक ककसी चैंबर र्ें ईंिन तभी िालें िब उस चैंबर र्ें ईंिन को िलाने के कलए आवश्यक तापर्ान पहुाँ च गया हो |

30

3.4.3 शंट का प्रयोग एफ.सी.बी.टी.के र्ें र्ु ख्य नाली और साइि नाली िु िी होती है और इन साइि नाकलयों को 4.5 इं च र्ोटी ईंट की दीवार से बं द ककया िाता है किसके अन्दर साइि कर्ट्ी की पतली परत का प्लास्टर होता है | इस प्रणाली से साइि नाकलयों को र्ु ख्य नाली से िोड़ने एवं बंद करने र्ें सर्य ज्यादा लगता है , गैस लीकेि भी काफी ज्यादा र्ािा र्ें होती है , भट्े की गर्ी बहार कनकलती है और भट्े के अन्दर िाकर यह कार् करना ले बर के कलए ककठन होता है | किगिै ग भट्े र्ें शन्ट द्वारा र्ु ख्य नाली को साइि नकलयों के साि िोड़ा िाता है | शं ट कसस्टर् के इस्ते र्ाल से र्ु ख्य नाली एवं साइि नाकलयों को िोड़ने एवं बंद करना काफी आसान हो िाता है एवं गैस की लीकेि भी नहीं होती है | शं ट से गर्ी बहार ना कनकले , इसके कलए इं सुलेशन वाले शं ट का प्रयोग करें |

31

4 हाई डरॉफ्ट दजगजैग भट्ठा या हवा भट्ठा 4.1 तकनीक का दववरण हाई िरॉफ्ट किगिै ग भट्ठा या हवा भट्ठा र्ें हवा का ल्कखंचाव (िरॉफ्ट) एक पंखे की सहायता से ककया िाता है । इस भट्ठे र्ें कचर्नी का कार् केवल भट्ठे से कनकलने वाली गैसों को वातावरण र्ें एक खास ऊंचाई पर किस्चािा करने का होता है । आर्तौर पर कचर्नी की ऊाँचाई एफ.सी.बी.टी.के से कर् होती है । हाई िरॉफ्ट किगिै ग भट्ठा या हवा भट्ठा तकनीक र्ें अकिकां शतैंः हवा के एक किगिै ग प्रवाह (कसंगल किगिै ग सेकटं ग) का इस्ते र्ाल ककया िाता है ।

हवा का एक (दसंगल) दजगजै ग प्रवाह

4.1.1 ध्यान िे ने वाली प्रमुि बातें i.

भट्ठे र्ें हवा का ल्कखचााँ व एक पंखे की सहायता से ककया िाता है ।

ii.

भट्ठे को चलाने के कलए कबिली आवश्यक है । अगर कबिली उपलब्ध नहीं है तो पंखे को चलाने के कलए िीिल िे नरे टर/इं िन आवश्यक होता है किसर्े करीब 30-40 लीटर िीिल की खपत रोिाना होती है ।

iii.

भट्ठे की उत्पादन िर्ता: 15,000 – 60,000 ईंटें प्रकत कदन

iv.

भट्ठे के कलए आवश्यक कुल िर्ीन: 5-7 एकड़

v.

एक र्ौिू दा एफ.सी.बी.टी.के भट्ठे को हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें बदला िा सकता है । बाहरी दीवार एवं कर्याने को तोड़कर नए कसरे से बनाना होता है एवं कचर्नी र्ें पंखा लगाना होता है ।

vi.

हवा भट्ठे र्ें ल्कखंचाव ज्यादा होता है किसके कारण भट्ठे र्ें हवा के लीकेि की सर्स्या हो सकती है । अतैंः भट्ठा बनाते वि दीवारों एवं नाकलयों के कनर्ाा ण र्ें अत्तयंत साविानी बरतनी चाकहए।

हाई िराफ्ट किगिैग भट्े र्ें ईंटों को कसं गल किगिैग से कटं ग

हाई िराफ्ट किगिैग भट्ों र्ें ईंिन की झोंकाई आर्तौर पर

र्ें चैम्बरों र्ें सिाया िाता है ।

एक साि 3 चैम्बरों (26-27 फीट लम्बाई) र्ें होती है ।

33

हवा भट्ठे र्ें कचर्नी की ऊंचाई केंद्र एवं राज्य सरकारों के प्रदु षण सम्बं कित कनयर् द्वारा कनिाा ररत होती है । अभी वतार्ान के कनयर्ानु सार हवा भट्ठे र्ें कचर्नी की ऊाँचाई कर् से कर् 40-55 फीट होनी चाकहए। हालााँ कक अभी भारत सरकार के वन, पयाा वरण एवं िलवायु पररवतान र्ं िालय द्वारा इस कनयर् र्ें बदलाव ककया िा रहा है एवं िराफ्ट अकिसूचना के अनु सार ऐसा अनु र्ान है कक हवा भट्ठे र्ें कचर्नी की न्यू नतर् ऊंचाई 80 से 90 फीट कनिाा ररत कर दी िायेगी। अतैंः इसको ध्यान र्ें रखते हुए सभी को अपनी कचर्नी 90 फीट से ऊंची बनानी चाकहए।

4.2 दडजाइन और दनमाा ण हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे का कििाइन र्ु ख्यतैंः भट्ठे की उत्पादन िर्ता एवं ईंटो के र्ाप पर कनभा र करता है । किगिै ग भट्ठे र्ें ईंटों की भराई चैम्बरों र्ें की िाती है | अलग-अलग भट्ठों र्ें चम्बरों र्ें ईंटों की भराई की सेकटं ग अलग-अलग हो सकती है | भट्ठे की उत्पादन िर्ता एवं ईंटों के र्ाप के आिार पर भट्ठे के टर ें च की चौड़ाई एवं भट्ठे र्ें ईंटों की किगिै ग भराई की सेकटं ग कनिाा ररत की िाती है | ईंटों के भराई के चैम्बरों की लम्बाई ईंटों के र्ाप पर कनभा र करता है एवं भट्ठे के एक कसिान र्ें ककतने चैंबर होने चाकहए, इसके आिार पर भट्ठे की लम्बाई कनिाा ररत होती है | भट्ठे की उत्पादन िर्ता के आिार पर पंखे की िर्ता कनिाा ररत होती है िो कक भट्ठे के संचालन के कलए आवश्यक ल्कखचााँ व पैदा कर सके। अकिक उत्पादन िर्ता के कलए अकिक िर्ता के पंखे तिा ज्यादा चौड़े टर ें च की आवश्यकता होती है ।

इस सेक्शन में आपको एक दसंगल दजगजैग सेदटं ग वाले हाई डराफ्ट दजगजैग भट्टे के दडजाइन और दनमााण के बारे में बाताया गया है दजसकी उत्पािन क्षमता करीब-करीब 25,000 ईंटें प्रदत दिन है एवं ईंटों का माप 10” x 5” x 3” है । ध्यान रहे दक अगर ईंटों के माप में अथवा उत्पािन क्षमता में थोड़ा भी अंतर है तो भट्ठे का दडजाइन एवं संिालन में बिलाव करनी होगी। प्रकतकदन उत्पादन (ईंटे प्रकत कदन)

25,000

टर ें च की चौड़ाई (फीट)

20

किगिै ग ककस्में

कसंगल

कचर्नी की ऊाँचाई (फीट)

90

कचर्नी के कर्र के पास याने र्याने के ठीक ऊपर 9 उसकी अंदर का चौकोर (फीट) कचर्नी के र्ुाँ हाने पर यानी सबसे ऊपरी कहस्से पर 3 उसकी अंदर का चौकोर (फीट) कर्याने की लं बाई (फीट)

170

कर्याने की चौड़ाई (फीट)

25

गली की चौड़ाई (फीट)

10

भट्ठे/ कर्याने की ऊंचाई (फीट)

10

34

4.2.1 भट्ठे का दडजाइन करीब 25,000 ईंटें प्रकत कदन उत्पादन िर्ता वाले हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे का कििाइन और र्ाप नीचे कदए गए

20 ft

कचि र्ें कदया गया है ।

पं िा

10 ft

170ft

4.2.2 दिमनी एवं पंिा हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें हवा का ल्कखचााँ व पंखे के द्वारा होती है एवं कचर्नी का कार् भट्ठे से कनकलने वाली गैसो को एक ख़ास ऊंचाई पर वातावरण र्ें किस्चािा करना होता है । हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे के कििाइन र्ें अलगअलग िे िों र्ें कुछ कवकभन्नताएं होती हैं । िै से कक कुछ भट्ठों र्ें कचर्नी भट्ठे के केंद्र र्ें (कर्याने के बीचोबीच) ल्कस्ित होती है तो कुछ भट्ठों र्ें यह भट्ठे के एक साइि र्ें ल्कस्ित होती है । भट्ठे की उत्पादन िर्ता एवं टर ें च की चौड़ाई के आिार पर पंखे की िर्ता कनिाा ररत होती है िो भट्ठे र्ें हवा के बहाव के कलए पयाा प्त िरॉफ्ट (ल्कखचां व) पैदा कर सके। 25,000 ईंटें प्रकत कदन के उत्पादन िर्ता वाले हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे के कलये आर्तौर पर 10 hp का पंखा लगाया िाता है । भारत सरकार के वन, पयाा वरण एवं िलवायु पररवतान र्ंिालय के नए िराफ्ट कनयर् के अनु सार कचर्नी की न्यू नतर् ऊाँचाई 80-90 फीट होनी चाकहये। इस ककताब र्ें 90 फीट ऊंची एक चौकोर कचर्नी के कििाइन एवं कनर्ाा ण के बारे र्ें बताया गया है िो भट्ठे के केंद्र र्ें ल्कस्ित है । इस कचर्नी की अंदरूनी चौड़ाई कनचे र्ें कर्याने के पास 9 फीट एवं ऊपर र्ुं हाने के पास 3 फीट होनी चाकहए। दिमनी की नी ंव कचर्नी की नींव के कनर्ाा ण से सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श: –

कचर्नी की नींव बनाने के कलए 22 फीट x 22 फीट के िे ि र्ें खु दाई करें | खु दाई िर्ीन या भट्े की तली के स्तर से 5 फीट गहराई तक करें |



खु दाई के बाद तली पर सबसे पहले रे त की 1 फीट र्ोटी परत (फशा ) िाल कर उसे कौंपेक्ट करें |



रे त की परत के उपर 6 इं च र्ोटी PCC (पी सी सी) की परत बनायें (1 भाग सीर्ें ट, 5 भाग रे त और 10 भाग रोड़ी)



PCC (पी सी सी) के ऊपर 6 इं च र्ोटी RCC (आर सी सी) की परत बनायें (1 भाग सीर्ें ट, 1.5 भाग रे त और 3 भाग रोड़ी)



RCC (आर सी सी) की परत के उपर 9 इं च र्ोटी खरं िे की परत गारे के साि बनाये।

35



खरं िे की परत के ऊपर कचर्नी की दीवार के आिार (बेस) की कचनाई होगी | दीवार के बेस कक कचनाई र्ें ईंटों की पहली दो परत 6 ईंट र्ोटी (5 फीट र्ोटी) होगी, उसके ऊपर की ईंटों की दो परत 5½ ईंट र्ोटी, उसके ऊपर की ईंटों की दो परत 5 ईंट र्ोटी उसके ऊपर की ईंटों की दो परत 4½ ईंट र्ोटी होगी।

चौकोर कचर्नी के कलए कचर्नी की नींव का कििाइन कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा या गया है । भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल

चार ईंट र्ोटी दीवार 4½ ईंट र्ोटी दीवार; ईंट की दो परत 5 ईंट र्ोटी दीवार; ईंट की दो परत 5½ ईंट र्ोटी दीवार; ईंट की दो परत 6 ईंट र्ोटी दीवार; ईंट की दो परत 9 ईंच खड़ं िा की परत

5’

6 ईंच RCC की परत 6 ईंच PCC की परत 12 ईंच बालू की परत

दिमनी की िीवार एक चौकोर कचर्नी की दीवार का कििाईन एवं इसकी कनर्ाा ण से सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श: –

कचर्नी के कनर्ाा ण र्ें कनचे से ले कर 40 फीट की ऊाँचाई तक अव्वल दिे की ईंटों का इस्ते र्ाल होगा | 40 फीट के ऊपर के कहस्से र्ें दोयर् दिे की ईंटो का इस्ते र्ाल होगा |



कचर्नी के दीवार की कचनाई गारे से होगी | गारे को 2-3 कदन पहले ही बना ले एवं गारा टू िपेस्ट की तरह सर्रूप होना चाकहए |



कचनाई र्ें गारे की पतली सतह होनी चाकहए एवं गारा कचर्नी के बहार की तरफ नहीं कनकलना चाकहए |



कचर्नी के नीवं के ऊपर से अिाा त भट्ठे की तली से 10 फीट ऊपर तक (यानी कर्याने के ले वल तक) 4 ईंट र्ोटी सीिी दीवार बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



कर्याने के उपर, कचर्नी की ऊंचाई बढ़ने के साि-साि कचर्नी का र्ुाँ ह छोटा होता िायेगा |



कर्याने के उपर, 10 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 3.5 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 20 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 3 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 15 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 2.5 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 15 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 2 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 15 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 1.5 ईंट र्ोटी बने गी एवं ऊपर र्ें 4.5 ईंच की RCC (आर सी सी) की ढलाई होगी।



उसके बाद 5 फीट ऊंचाई तक कचर्नी की दीवार 1 ईंटे की बनाये



कचर्नी के दीवार के अंदरूनी कहस्से र्ें गारे का प्लास्टर करें एवं बाहरी कहस्से र्ें सीर्ें ट से प्लास्टर करें |

36

1 ईंट र्ोटी दीवार

1½ ईंट र्ोटी दीवार

2 ईंट र्ोटी दीवार

2½ ईंट र्ोटी दीवार

3 ईंट र्ोटी दीवार

स्मोक चेककंग पाइप एवं प्लेटफॉर्ा

पंखा र्ोटर

कर्याने का ले वल

3½ ईंट र्ोटी दीवार

भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल

4 ईंट र्ोटी दीवार

37



कचर्नी से कनकलने वाले िुंएाँ की िां च के कलए कचर्नी र्ें दो स्मोक चेककंग पाईप लगाना आवश्यक होता है (सार्ान्यतैंः एक पूवा कदशा की तरफ एवं एक उत्तर कदशा की तरफ लगायें िाते हैं | | स्मोक चेककंग पाईप का व्यास 4 इं च र्ोटा एवं लम्बाई 4 फीट होनी चाकहए |



स्मोक चेककंग पाईप को भट्ठे की तली से 40 फीट की ऊाँचाई पर लगायें |



िुंएाँ की िां च करने वाले स्टाफ के खड़े होने के कलए स्मोक चेककंग पाईप के 3’ 6” नीचे दोनों तरफ प्लेटफॉर्ा बनाएं | प्लेटफॉर्ा दो पीस र्ें बने गा (6’ x 3’ एवं 9’ x 3‘) एवं इन दोनों प्लेटफॉर्ा को L – shape र्ें पूवा एवं उत्तर कदशा र्ें स्मोक चेककंग पाईप के कनचे लगायें |



अकििं ग के कलए अष्टिातु का तकड़त चालक कचर्नी के ऊपर लगेगा | तकड़त चालक की अकििं ग के कलए एक 1” x िे ढ़ सूत की अकििं ग पट्ी कचर्नी के बाहरी दीवार के प्लास्टर के ऊपर U – ल्कक्लप द्वारा लगायें | अकििं ग पट्ी के कलए िर्ीं र्ें बोररं ग पानी की पहली सतह तक होनी चाकहए |



कचर्नी बनाने के कलए इस्ते र्ाल ककये गए बााँ स को कचर्नी के अन्दर ही ना छोड़े | बााँ स को कनकालकर होल को ईंट से बंद करके प्लास्टर करवायें |

4.2.3 गैस नाली और दमयाना फ्लू गैस नाकलयां भट्ठे को कचर्नी से िोड़ने का कार् करती हैं किससे कक भट्ठे से कनकलने वाला िुंआ इन नाकलयों से होता हुआ कचर्नी के रास्ते बाहर कनकल सके। फ्लु गैस नाली प्रणाली र्ें एक र्ु ख्य नाली होती है किसका कवस्तार कचर्नी के दोनों तरफ कर्याने के अंत तक होता है । भट्ठे र्ें साइि नकलयााँ भट्ठे को र्ु ख्य नाली से िोड़ने का कार् करती हैं । साइि नाकलयााँ ‘‘L’’ के आकार की होती हैं , िो अपने दोनो अंकतर् ककनारों पर खु ली होती हैं । एक ककनारा/र्ुं हाना भट्ठे र्ें खुलता है तिा दू सरा ककनारा/ र्ुं हाना कर्याने के उपरी सतह पर खु लता है । साइि नाकलयों के र्ुं हाने के बगल र्ें ही भट्ठे की र्ु ख्य नाली र्ें ऊपर की तरफ कर्याने की सतह पर र्ुं हाने खु ले होते हैं । भट्ठे की साइि नकलयों को र्ु ख्य नाली के साि िोड़ने के कलए शन्ट का प्रयोग ककया िाता है । साइि नाकलयों एवं र्ु ख्य नाकलयों के किन र्ुं हानों का इस्ते र्ाल नहीं हो रहा होता है उन्हें कंक्रीट के स्लैब से बंद कर कदया िाता है ।

फ्लु गैस नाली को दिमनी से जोड़ना

दमयाना के अन्दर फ्लु गैस नाली की प्रणाली

शंट

17 फीट (2 िैंबर की लम्बाई )

38

भट्ठे र्ें खुलने वाली दो साइि नाकलयों के बीच की दू री 2 चैम्बरों के लम्बाई के बराबर होती है । कर्याने की उपरी सतह पर पंखा सेट ककया िाता है िो भट्ठे की र्ु ख्य नाली से गैस को खींच कर कचर्नी र्ें फेंकता है । भट्ठे की साइि नाली की तली भट्ठे की तली से 3 इं च कनचे होती है । साइि नाली का र्ुाँ हाना िो भट्ठे र्ें खुलता है उसकी चौड़ाई 4 फीट एवं ऊाँचाई 3 फीट होगी (कनचे कदए गए कचिानु सार)।

ऊाँिाई – 3 फीट

िौड़ाई – 2 फीट 6 ईंि िौड़ाई - 4 फीट

र्ु ख्य नाली भट्ठे की तली से 4 फीट ऊपर होती है | इस भट्ठे के कलए र्ु ख्य नाली की चौड़ाई 2 फीट 3 ईंच और ऊंचाई 4 फीट होगी | भट्ठे की र्ुख्य नाली का आचा (9 ईंच) कर्याने का लेवल भट्ठे की र्ुख्य नाली भट्ठे की र्ुख्य नाली की दीवार (15 ईंच)

कर्ट्ी की भराई भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल

र्ु ख्य नाली एवं साइि नाकलयों के र्ुाँ हाने िो कर्याने के ऊपर खु लते हैं उनका र्ाप 2.5 फीट x 2.5 फीट होगा। नाकलयों के कनर्ाा ण से सम्बंकित र्ु ख्य कदशा कनदे श: –

नाकलयों की कचनाई कर्टटी के गारे से करें ।



नाकलयों की दीवार 1½ ईंट र्ोटी (15 इं च र्ोटी) बनाएं ।



नाकलयों के दीवार का कनर्ाा ण क्लास – 3 ईंटो से िबकक आचा का कनर्ाा ण क्लास -1 ईंटो से करें ।

39



नाकलयों के ऊपर का आचा भी ईंटों की दो परत/सतह की (9 ईंच र्ोटी) बनाएं िै सा नीचे के कचि र्ें कदखाया गया है। नाकलयों के आचा या दीवार की कचनाई करते सर्य इस बात का ध्यान रखें की ईंटों के बीच के िोड़ भीतरी सतह से बाहरी सतह तक एक सीि र्ें ना हों अन्यिा हवा के लीकेि की संभावना बढ़ िायेगी (कनचे कदए गए कचि को दे खें)। 9 ईंि मोटी आिा

15 इं ि मोटी िीवार

दमयाने का दनमााण: फ्लु गैस नाकलयों के कनर्ाा ण के बाद, कर्याने का कनर्ाा ण ककया िाता है । कचर्नी कर्याने के केन्द्र र्ें ल्कस्ित होनी चाकहए। इस भट्ठे के कलए उपयुि कर्याने के र्ु ख्य र्ाप कनचे कदए गए हैं : –

कर्याने की लम्बाई: 170 फीट



कर्याने की चौड़ाई: 25 फीट



कर्याने की ऊाँचाई: 10 फीट

कर्याने के कनर्ाा ण से सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श: –

कर्याने की दीवार के कनर्ाा ण के कलए िर्ीन/भट्ठे की तली से 1 फीट गहरी खु दाई करें । खु दाई के बाद िर्ीन को लेवल कर दें एवं इसके ऊपर कर्याने के दीवार का कनर्ाा ण करें ।



कर्याने की दीवार की कचनाई गारे से करें एवं गारा टू िपेस्ट की तरह सर्रूप बना हुआ होना चाकहए। कर्याने के कनर्ाा ण र्ें क्लास -3 ईंटो का इस्ते र्ाल करें ।



कर्याने की दीवार भट्ठे की तली से 2.5 फीट की ऊंचाई तक 4 ईंट चौड़ी बनाएं । उसके ऊपर 2.5 फीट तक 3.5 ईंट चौड़ी, उसके ऊपर 2.5 फीट तक 3 ईंट चौड़ी एवं सबसे ऊपर की 2.5 फीट दीवार 2.5 ईंट चौड़ी बनाएं (िै सा की कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा या गया है ।



कर्याना की दीवार (भट्ठे के टर ें च की साइि वाली) 5 फीट की ऊाँचाई तक सीिी रहे गी एवं इसके ऊपर के 5 फीट के कहस्से र्ें नाकलयों की तरफ िे ढ़ इं च (1.5 इं च) का टे पर (झुकाव) रहे गा।



कर्याने की दीवार के बाहरी तरफ चारो कोनो पर छड़ (सररया) लगेगी। पहली छड़ 5 फीट की ऊंचाई पर L शे प र्ें लगेगी, दू सरी छड़ 7.5 फीट की ऊंचाई पर एवं तीसरी छड़ 9 फीट की ऊाँचाई पर लगेगी। तीनो छड़े L शे प र्ें लगेंगी एवं कोनो के दोनों ओर 5-5 फीट तक होंगी।

40

भट्ठे के कर्याने की दीवार

2 ½ ईंट र्ोटी दीवार र्ुख्य नाली

3 ईंट र्ोटी दीवार 3 ½ ईंट र्ोटी दीवार 4 ईंट र्ोटी दीवार भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल



कर्याने की दीवार र्ें भट्ठे की टर ें च की तरफ एक्सपैंशन िॉइं ट छोड़े । प्रत्येक दो साइि नाली के र्ुं हाने के बीच र्ें एक एक्सपैंशन िॉइं ट होगा। एक्सपैंशन िॉइं ट 18 इं च गहरा एवं 2 इं च चौड़ा होगा (कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा ए अनु सार)। एक्सपैंशन िॉइं ट भट्ठे की तली से 3 फीट 9 इं च की ऊाँचाई से शु रू होगा एवं इसकी ऊाँचाई 5 फीट 3 इं च होगी।

एक्सपैंशन ज्वाईंट

कर्याने की चारो ओर की दीवारों के बीच र्ें र्ु ख्य नाली एवं साइि नाकलयााँ होंगी। इनके अकतररि बचे हुए खाली िगह को कर्याने की दीवार की उपरी सतह तक कर्ट्ी से भर कर ले वल कर दें । नाकलयों के आचा के ऊपर कर्ट्ी भरने से पहले प्लाल्कस्टक की शीट कबछा दें ।

4.2.4 भट्टे की बाहरी िीवार कर्याने के चारो ओर भट्ठे की बाहरी दीवार बनाई िाती है । भट्ठे र्ें बहरी दीवार की कर्याने से दू री कसिान वाले कहस्से र्ें टर ें च की चौड़ाई के बराबर होगी एवं गली वाले कहस्से र्ें गली की चौड़ाई के बराबर होगी। भट्ठे की बाहरी दीवार से हवा के कलकेि एवं गर्ी की हाकन को रोकने के कलए एक िबल वाल इन्सु लेटेि दीवार बनाई िाती है ।

41

भट्ठे की बाहरी दीवार के कििाइन (बनावट) र्ें ईंटों की दो दीवार होती है किनके बीच र्ें कर्ट्ी भरी हुई होती है । इस कििाइन के कारण भट्ठे की बाहरी दीवार से हवा के कलकेि एवं गर्ी की हाकन को रोकने र्ें काफी र्दद कर्लती है । कच्ची ईंटों को अन्दर रखने और पकी ईंटों को बाहर कनकालने के कलए इस बाहरी दीवार र्ें कई द्वार बनाए िाते हैं किन्हें कवकेट गेट या घाटी के द्वार कहते हैं । भट्ठे के बाहरी दीवार का कििाइन कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा या गया है । 2½ ईंट र्ोटी दीवार 1½ ईंट र्ोटी दीवार

2 ईंट र्ोटी दीवार

3 ईंट र्ोटी दीवार दोनों दीवारों के बीच कर्ट्ी की भराई

2½ ईंट र्ोटी दीवार

3½ ईंट र्ोटी दीवार

4 ईंट र्ोटी दीवार 3 ईंट र्ोटी दीवार एक फीट गहरी नीवं

भट्ठे के बहार के साइड

भट्ठे की तली या िर्ीन का लेवल

भट्ठे के अन्दर के साइड

भट्ठे के बाहरी दीवार के कनर्ाा ण से सम्बं कित र्ु ख्य कदशा कनदे श: –

बाहरी दीवार के कनर्ाा ण के कलए िर्ीन/भट्ठे की तली से 1 फीट गहरी खु दाई करें । खु दाई के बाद िर्ीन को ले वल कर दें एवं इसके ऊपर बाहरी दीवार का कनर्ाा ण करें ।



बाहरी दीवार की कचनाई गारे से करें एवं गारा टू िपेस्ट की तरह सर्रूप बना हुआ होना चाकहए। दीवार के कनर्ाा ण र्ें क्लास -3 ईंटो का इस्ते र्ाल करें ।



बाहरी दीवार की फाउं िेशन 6 फीट 8 इं च चौड़ाई की होती है किसकी ऊाँचाई 1 फीट होती है ।



भट्े की बाहरी दीवार, तली के ऊपर से खोखली बनायी िाती है किसर्े कर्ट्ी भरी िाती है ।



भट्ठे की तली के ऊपर से 2 फीट 6 इं च ऊंचाई तक, भट्े के बाहरी साइि र्ें 3 ईंट र्ोटी दीवार एवं बीच र्ें 10 ईंच चौड़ी खाली िगह छोड़कर भट्ठे के अन्दर के साइि 4 ईंट र्ोटी दीवार बनाये।



उसके ऊपर से 2 फीट 6 इं च ऊंचाई तक, भट्े के बाहरी साइि र्ें 2½ ईंट र्ोटी दीवार एवं बीच र्ें 15 ईंच चौड़ी खाली िगह छोड़कर भट्ठे के अन्दर के साइि 3½ ईंट र्ोटी दीवार बनाये।



उसके ऊपर से 2 फीट 6 इं च ऊंचाई तक, भट्े के बाहरी साइि र्ें 2 ईंट र्ोटी दीवार एवं बीच र्ें 20 ईंच चौड़ी खाली िगह छोड़कर भट्ठे के अन्दर के साइि 3 ईंट र्ोटी दीवार बनाये।



उसके ऊपर से 2 फीट 6 इं च ऊंचाई तक, भट्े के बाहरी साइि र्ें 1½ ईंट र्ोटी दीवार एवं बीच र्ें 25 ईंच चौड़ी खाली िगह छोड़कर भट्ठे के अन्दर के साइि 2½ ईंट र्ोटी दीवार बनाये।



बाहरी दीवार की कचनाई एवं दीवार के बीच के खोखले िगह र्ें कर्टटी की भराई साि-साि करें ।

42



भट्ठे की बाहरी दीवार र्ें भट्ठे की टर ें च की साइि एक्सपैंशन िॉइं ट छोड़े । प्रत्येक दो कवकेट गेट (घाटी के द्वार) के बीच र्ें एक एक्सपैं शन िॉइं ट होगा। एक्सपैंशन िॉइं ट 18 इं च गहरा एवं 2 इं च चौड़ा होगा। एक्सपैंशन िॉइं ट भट्ठे की तली से 3 फीट 9 इं च की ऊाँचाई से शु रू होगा एवं इसकी ऊाँचाई 5 फीट 3 इं च होगी।

4.2.5 दवकेट गेट (घाटी का द्वार) कच्ची और पक्की ईंटो को भट्े अन्दर और बहार ले िाने के कलए भट्े की बाहरी दीवार र्ें गेट कदए िाते हैं । इन गेटों को कवकेट गेट या घाटी के द्वार कहते हैं । इन गेटों को सही प्रकार से बंद न करने पर हवा का लीकेि काफी ज्यादा होता है और भट्े की गर्ी बहार कनकलती है। इस कारण घाटी से सटे िे ि र्ें ईंटो की पकाई अच्छी तरह से नहीं हो पाती है । किगिै ग भट्ों र्ें कवकेट गेट को बनाने के कलए भट्ठे के बाहरी दीवार र्ें 5 ईंच चौड़ी कॉलर बहार की तरफ कनकाल दे ते हैं (िै सा कक कनचे कदए गए कचि र्ें दशाा या गया है )। ये कॉलर कवकेट गेट के दोनों साइि होते हैं । कवकेट गेट को बंद करने के कलए इस कॉलर से भट्ठे के अन्दर की तरफ 15 ईंच र्ोटी ईंटो की दीवार खड़ी की िाती है । कॉलर से बहार की तरफ 10 इं च र्ोटी ईंटो की दीवार खड़ी की िाती है। इन दोनों दीवारों के बीच की खली िगह र्ें राकवश भरी िाती है । इस प्रकार से कवकेट गेट को बं द करने से यहााँ से होने वाले हवा के लीकेि एवं गर्ी की हाकन को काफी हद तक रोका िा सकता है ।

43

दवकेट गे ट के दलए भट्ठे की बाहरी िीवार में घाटी के िोनों साइड कॉलर बनाया जाता है

घाटी को बं ि करने के दलए 15 इं ि मोटी िीवार कॉलर से अन्दर की तरफ िड़ी करें

एक िू सरी 10 इं ि मोटी िीवार कॉलर से बाहर की तरफ िड़ी करें एवं बीि की िाली जगह में रादवश भर िें

4.2.6 भट्ठे की तली भट्ठे की तली बनाने के कलए िर्ीन को अच्छी तरह से ले वल कर लें । िर्ीन को ले वल करने र्ें बालू का भी इस्ते र्ाल कर सकते हैं । िर्ीन को ले वल करने के बाद 3 इं च र्ोटी ईंट की सोकलं ग करें एवं बालू से सोकलं ग के गैप की भराई करें ।

4.3 दनमाा ण में लगने वाली सामग्री भट्ठे के कनर्ाा ण र्ें लगने वाली कुल सार्ग्री का एस्टीर्े ट कनचे कदया गया है । क्रम संख्या

सामग्री

मात्रा

1

ईंटे (क्लास -1)

45,000 – 55,000

2

ईंटे (क्लास -3)

4.5 – 5.5 लाख

3

सीर्ें ट

125 – 150 बोरी

4

सररया

500 ककलोग्रार्

5

बालू (रे त)

1000 घन फीट

6

कगट्ी

200 – 300 घन फीट

7

पंखा एवं र्ोटर

10 hp

44

4.4 हाई डर ॉफ्ट दजगजैग भट्टे को िलाने की दवदध एफ.सी.बी.टी.के. भट्ठे और हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे के संचालन र्ें तीन प्रर्ु ख अंतर हैं – (i) भट्ठे र्ें कच्ची ईंटों की भराई (ii) भट्ठे र्ें ईंिन की झुकाई एवं (iii) भट्ठे र्ें पंखे द्वारा हवा का ल्कखंचाव पैदा करना। इस पाठ र्ें 25,000 ईंटें प्रकत कदन उत्पादन िर्ता वाले हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें कच्ची ईंटों की भराई एवं भट्ठे र्ें ईंिन की झुकाई के तरीके के बारे र्ें बताया गया है । इसके अलावा हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे र्ें भट्ठे की साइि नाकलयों को भट्ठे की र्ु ख्य नाली से िोड़ने के कलए शं ट का प्रयोग ककया िाता है – उसके बारे र्ें भी बताया गया है ।

4.4.1 भट्ठे में कच्ची ईंटों की भराई िहााँ एफ.सी.बी.टी.के र्ें ईंटें एक बराबर आकार के पायों र्ें सिाई िाती हैं , वहीं हाई िरॉफ्ट किगिै ग भट्ों र्ें ईंटें चैंबरों र्ें सिाई िाती हैं । चम्बरों र्ें ईंटें इस प्रकार से सिाई िाती हैं कक हवा बहाव सीिे न होकर के किगिै ग तरीके से होता है । चैंबर की चौड़ाई टर ें च की चौड़ाई के बराबर होती है । चैंबर की लं बाई ईंटों के साइि (र्ाप) पर कनभा र करती है । इस भट्ठे र्ें प्रत्येक चैम्बर की लम्बाई 8 फीट 6 इं च होगी। किगिै ग भट्ठे र्ें चैंबर वाली भराई भट्ठे के कसिान वाले कहस्से र्ें ही होती है । भट्ठे की गली र्ें एफ.सी.बी.टी.के की ही तरह पायों र्ें सीिी भराई होती है ।

िैंबर की लं बाई = 8.5 फीट

िैंबर की िौड़ाई = टर ें ि की िौड़ाई

प्रत्येक चैंबर र्ें ईंटों को 8 लाईनों र्ें सिाया िाता है । प्रत्येक लाईन की चौड़ाई, चैंबर की चौड़ाई यानी कक भट्ठे के टर ें च के चौड़ाई के बराबर होती है । प्रत्येक लाईन की लम्बाई एक ईंट के लम्बाई के बराबर यानी कक 10 इं च होती है । दो लाईनों के बीच 2.5 -3 इं च का गैप रखा िाता है । प्रत्येक लाईन र्ें ईंटें पायों र्ें सिाई िाती है । सभी किगिै ग भट्ों र्ें पायों की चौड़ाई या एक ही किगिै ग भट्ठे र्ें सभी पायों की चौड़ाई एकसर्ान नहीं होती है । एक ही भट्ठे र्ें कुछ पाये 9 ईंटों के, कुछ 10 ईंटों के तिा कुछ 12 ईंटों के हो सकते हैं । ककसी किगिै ग भट्ठे र्ें ईंटों के पायों के आकार एवं उनकी संख्या का कनिाा रण उस भट्ठे की उत्पादन िर्ता एवं टर ें च की चौड़ाई के अनु सार ककया िाता है । एक 25,000 ईंटें प्रकत कदन उत्पादन िर्ता वाला हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठा किसकी टर ें च की चौड़ाई 20 फीट है , उसर्े 2 पाये (दोनों ककनारों र्ें) 3 ईंटों के याकन 10 इं च चौड़े , दो पाये 9 ईंटों के याकन 27 इं च चौड़े तिा तीन पाये 12 ईंटों के याकन 36 इं च चौड़े होते हैं । दो पायों के बीच एक ईंट की लम्बाई कितना गैप रखा िाता है ।

45

अगर इस किगिै ग भट्ठे र्ें ईंटो की भराई को हर् भट्ठे के ऊपर से दे खेंगे तो भराई कनचे कदए गए कचि की तरह कदखे गी। कनचे कदए गए कचि र्ें दो चैम्बरों की भराई को कदखाया गया है एवं इस कचि र्ें पायों को हरे रं ग र्ें कदखाया गया है । पायों के ऊपर कलखी संख्या दशाा ती है की वह पाया ककतने ईंटों का है । प्रत्येक चैंबर की पहली सात लाइनों र्ें ईंटों की सिावट एक सार्ान होती है । केवल आठवीं लाइन र्ें ईंटों की भराई बदलती है – चैंबर की आठवीं लाईन र्ें ही गेट (झीरी) छोड़े िाते हैं किनके कारण हवा का बहाव किगिै ग तरीके से होता है । कनचे कदए गए कचि र्ें हवा के बहाव को लाल रं ग के तीर के कनशान से दशाा या गया है । पहले चैंबर (चैंबर-1) र्ें हवा टर ें च के दाकहने साइि र्ें ल्कस्ित गेट से होकर प्रवेश कर रही है । पहले चैंबर की आठवीं लाइन र्ें गेट टर ें च के बायें साइि र्ें छोड़े गए हैं । किसके कारण हवा पहले चैंबर से दु सरे चैंबर र्ें टर ें च के बायें साइि र्ें ल्कस्ित गेट से होकर प्रवेश करती है । कफर दु सरे चैंबर के आल्कखर र्ें गेट टर ें च के दाकहने साइि र्ें छोड़े गए हैं । इस तरह हवा को किगिै ग बहाव प्रदान होता है ।

46

िैंबर – 1 िैंबर – 2 पीछे वाले िैंबर में िादहने साइड में गेट (दझरी)

आगे वाले िैंबर में बायें साइड में गेट (दझरी)

47

4.4.2 ईंधन तैयार करना और ईंधन झोंकना हाई िराफ्ट किगिै ग भट्े र्ें फायररं ग (ईंिन की िलाई) एक साि 3 चैम्बरों र्ें की िाती है । प्रत्येक चैंबर र्ें ईंिन को तीन लाइनों र्ें झोंका िाता है |

आर्तौर पर हाई िराफ्ट किगिै ग भट्ठे दो फायरर्ै न एक साि ईंिन को िालते हैं एवं ईंिन की झोंकाई लगातार न होकर कुछ-कुछ अंतराल पर की िाती है । आर्तौर पर प्रत्येक 40-45 कर्नट की अवकि र्ें 12-15 कर्नट तक ईंिन की झोंकाई होती है और बाकक सर्य र्ें नहीं होती है । हालााँ कक अगर ईंिन को एक फायरर्ै न के द्वारा कर्कर् र्ािा र्ें लगातार भट्ठे र्ें झोंका िाये तो िलाई र्ें और सु िार ककया िा सकता है ।

4.4.3 शंट का प्रयोग एफ.सी.बी.टी.के र्ें र्ु ख्य नाली और साइि नाली िु िी होती है और इन साइि नाकलयों को 4.5 इं च र्ोटी ईंट की दीवार से बं द ककया िाता है किसके अन्दर साइि कर्ट्ी की पतली परत का प्लास्टर होता है । इस प्रणाली से साइि नाकलयों को र्ु ख्य नाली से िोड़ने एवं बंद करने र्ें सर्य ज्यादा लगता है , गैस लीकेि भी काफी ज्यादा र्ािा र्ें होती है , भट्े की गर्ी बहार कनकलती है और भट्े के अन्दर िाकर यह कार् करना ले बर के कलए ककठन होता है । हाई िराफ्ट किगिै ग भट्े र्ें साइि नकलयों को र्ु ख्य नाली से िोड़ने के कलए शं ट का प्रयोग करें । शं ट कसस्टर् के इस्ते र्ाल से र्ु ख्य नाली एवं साइि नाकलयों को िोड़ना एवं बंद करना काफी आसान हो िाता है एवं गैस की लीकेि भी नहीं होती है । शं ट से गर्ी बहार ना कनकले , इसके कलए इं सुलेशन वाले शं ट का प्रयोग करें ।

48

Patna Cleaner Brick Production Project पटना स्वच्छतर ईंट उत्पादन प्रोजेक्ट पटना शहर में वायु प्रदु षण को ननयंनित करने के प्रयास के तहत, निहार राज्य प्रदु षण ननयंिण पररषद द्वारा फरवरी 2016 में पटना निले के 5 ब्लॉकों (पटना सदर, फतुहा, दानापुर, फुलवारीशरीफ एवं मने र) के सभी ईंट भट्ों को आगामी ईंट उत्पादन सीिन से पहले कम प्रदू षणकारी एवं स्वच्छतर तकनीकी वाले भट्े में पररवनतित करने का ननदे श नदया गया है । अन्यथा, इन भट्ों को आगामी ईंट उत्पादन सीिन, िो नदसंिर 2016 या िनवरी 2017 से शु रू होगा, में संचालन की अनु मनत नहीं दी िाएगी। इन स्वच्छतर तकनीनकयों से भट्ों को चलाने से न केवल प्रदु षण में कमी आती है िल्कि ईंधन की खपत में भी करीि-करीि 20% की कमी होती है । इसके अलावा क्लास-1 ईंटो का उत्पादन भी 80% से ज्यादा हो िाता है । इस कारण स्वच्छतर तकनीनकयों में अपने भट्े को पररवनतित करने से भट्ा मानलकों को भी काफी लाभ होता है । ईंट भट्ा मानलकों को अपने भट्े को स्वच्छतर तकनीकी वाले भट्े में पररवनतित करने में तकनीकी सहायता प्रदान करने के उद्दे श्य से ‘पटना स्वछ्तर ईंट उत्पादन प्रोिेक्ट’ शुरू नकया गया है । यह प्रोिे क्ट नदल्ली की संस्था ‘शल्कि सस्टे नेिल एनिी फाउं डेशन’ के सहयोग से चलाया िा रहा है एवं इसमें तकनीकी सहायता प्रदान करने का काम ग्रीनटे क नॉले ि सौल्यू शंस, नयी नदल्ली द्वारा नकया िा रहा है। इस एक-वषीय प्रोिे क्ट के अंतगित ननम्ननलल्कखत गनतनवनधयााँ चलाई िा रही हैं :



ईंट भट्ा मानलकों को भट्े की नवनभन्न प्रकार की स्वच्छतर तकनीनकयों, उनकी कायिनवनध एवं इन तकनीनकयों के लाभ के िारे में िानकारी दे ना तथा उन्हें िागरूक करना

   

नवनभन्न प्रकार की स्वच्छतर तकनीनकयों के तकनीकी प्रदाताओं के िारे में िानकारी दे ना नयी तकनीकी से ईंट भट्ों के ननमाि ण से सम्बंनधत मु ख्य नदशा ननदे श दे ना नयी तकनीकी से ईंट भट्ों के संचालन से सम्बंनधत मु ख्य नदशा ननदे श दे ना आवश्यकतानु सार भट्े मानलकों को इन स्वच्छतर तकनीनकयों से सम्बं नधत अन्य कोई तकनीकी सलाह या मागिदशि न दे ना

अधिक जानकारी के धिए संपकक करें : सोनल कुमार ग्रीनटे क नॉले ि सोल्यू शंस प्राइवेट नलनमटे ड 342, अनभयान अपाटि मेंट्स प्लाट 15, सेक्टर 12, द्वारका नयी नदल्ली – 110078 दू रभास: 011 45535574 मोिाइल: 09971447171